हैल्लो दोंस्तो, मेरा नाम विकास है। और मुझे सेक्स कहानिया पढ़ना बहोत पसंद है। ये कहानी मेरी और मेरी विधवा भाभी के बीच हुई एक घटना है। यह बात आज से करीब 4 साल पहले की है और वह दिसम्बर का महीना था। मेरी छोटी कज़िन सिस्टर की विवाह थी और वहाँ पर सभी रिश्तेदार आए हुए थे और कुछ रिश्तेदार हमारे घर में रुके थे। तो कुछ कज़िन सिस्टर के घर पर और घर में खुशी का माहोल था और विवाह का कार्यक्रम चल रहा था।
पहले में मेरी भाभी के बारे में आप सभी को बता देता हूँ उनकी उम्र 25 साल की है उनका विवाह के 2 साल बाद ही भैया का स्वर्गवास हो गया था। भाभी बहुत सेक्स है और उनकी लम्बाई 5 फीट 5 इंच की है भाभी गोरे और सुडोल शरीर की मालकिन है उनके फिगर का साईंज 36-24-36 है और देखने में वह बहुत सेक्सी है उनके सुडोल बूब्स देखकर मेरा 10 इंच का लण्ड अक्सर खड़ा हो जाता है।
उसके बाद विवाह खत्म होने पर ज्यादातर रिश्तेदार वापस चले गए लेकिन उसके बाद भी बहुत सारे अभी बाकी थे जिसकी वजह से घर में भीड़ थी। रात को सभी लोग घर में नीचे जमीन पर सो गये। मेरी भाभी और दो तीन लेडीस और कुछ बच्चे ऊपर वाले हमारे कमरे में सो रहे थे। जब में सोने के लिए अपने कमरे में पहुंचा तो देखा कि एक कोने में थोड़ी जगह है और में वहीं पर जाकर सो गया। अब कुछ देर बाद मैने देखा कि मेरे पास में मेरी विधवा भाभी सो रही थी। मेरी नियत उनके मस्त बूब्स को देखकर खराब हो गई। उनके बूब्स उनकी सांसो के साथ ऊपर नीचे हो रहे थे और मेरा दिल पर तलवार चल रही थी। मैने उनको चोदने का मन बना लिया। अब कमरे में अंधेरा था और इस बात का फ़ायदा उठाते हुए में धीरे धीरे से उनकी रज़ाई में घुस गया और भाभी मेरी तरफ पीठ करके गहरी नींद में सो रही थी और मैने महसूस किया कि उनकी साड़ी और पेटीकोट उनके घुटनो तक चड़ा हुआ था।
अब मैने उनके पैर को छुआ.. क्या बताऊ मित्रों मलाई जैसे मुलायम और कोमल स्किन को छूकर हमारे रोम रोम में करंट दौड़ गया। भाभी की गरम रज़ाई में भाभी के साथ होने का अलग ही आनंद था और मेरा 10 इंच का लण्ड खड़ा हो चुका था। अब हमने धीरे से अपना एक हाथ भाभी की चूची पर रख दिया और हल्के हाथ से सहलाने लगा.. लेकिन भाभी का कोई विरोध ना देखकर मेरी हिम्मत और बड़ गई और इसके बाद मैने भाभी के ब्लाउज के हुक एक एक कर खोलने शुरू किए और अंदर भाभी ने गुलाबी कलर की आधी बाहों वाली ब्रा पहन रखी थी जिसमे से उनकी चूची आधे से ज्यादा बाहर थी और में उनके आधे नंगे बूब्स को देखकर पागल हो गया और मेरा लण्ड लोहे की रोड की तरह सख्त हो गया था। तभी में धीरे धीरे उनकी साड़ी और पेटीकोट को ऊपर की तरफ सरकाने लगा और आख़िर में उनकी साड़ी को उनकी कमर तक उठाने में सफल रहा। तभी मुझे उनकी मस्त 36 इंच की गदराई हुई गोल गांड के दर्शन हुए जिसे देखकर मेरा लण्ड फनफनाने लगा। अब मैने उनकी मस्त बड़ी गांड पर हाथ फैरा भाभी की बहुत ही मुलायम गांड थी। इसके बाद मैने अपनी पेंट अंडरवियर को धीरे से उतार कर अपने 10 इंच लंबे 5 इंच मोटा लण्ड को आज़ाद किया और धीरे से भाभी की मस्त गांड की दरार से लण्ड को टच किया। टच करते ही मुझे जन्नत का मज़ा आने लगा। इसके बाद मैने धीरे से भाभी के बूब्स को ब्रा से आज़ाद करने के लिये ब्रा के हुक को खोला लेकिन इस बार भाभी कुछ थोड़ा हिली तो में डर गया और ऐसे ही कुछ देर रुका रहा।
इसके बाद जब मुझे लगा कि भाभी सो गई है तो मैने अपना लण्ड उनकी मस्त गांड में टच किया और उनकी चूची को सहलाना शुरू किया और तभी हमें बहुत मज़ा आ रहा था। इसके बाद हमने चूची पर दबाब बढ़ा दिया और थोड़ा ज़ोर से दबाने लगा और लण्ड को भी गांड में हल्का हल्का रगड़ने लगा। शायद भाभी जाग रही थी और वह भी मज़ा ले रही थी। अब भाभी ने हल्की सी अंगड़ाई ली और एक पैर आगे की तरफ करके इसके बाद से सो गई। तभी हमें उनकी चूत भी साफ साफ देखाई दे रही थी और मैने उनका इशारा समझा और अपनी उंगली उनकी चूत की तरफ बढ़ा दी। उनकी बहुत छोटी छोटी झांटे थी। इसके बाद हमने उनकी चूत के मुलायम होठों को सहलाया और उनकी चूत को उगलियों के बीच में लेकर मसलने लगा। तभी भाभी की चूत गीली हो चुकी थी और वह नींद के बहाने मज़ा ले रही थी। भाभी ने इसके बाद करवट ली और सीधी लेट गई। तभी मुझे उन्हें सहलाने में आसानी हुई और हमने उनकी चूची को मुहं में लेकर चूसना शुरू किया और दूसरी चूची को मसलना।
इसके बाद में जन्नत में था और एक हाथ से में उनकी चूत को भी सहला रहा था उनकी चूत मस्त गीली हो चुकी थी। मैने अपनी एक उंगली चूत पर रगड़नी शुरू की तो भाभी ने धीरे से टाँगे थोड़ी और खोल ली। मैने उनकी चूची को चूसते हुए उंगली चूत में डाल दी। उनकी चूत टाईट थी क्योंकि बहुत दिनों से चुदी नहीं थी और उंगली अंदर जाते ही वह सिसकियाँ लेने लगी और वह मजे करने लगी और तभी में उन्हें ऊँगली से चोद रहा था। भाभी को भी मज़ा आ रहा था.. तभी वह भी सातवें आसमान पर थी। अब भाभी मेरा लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी में 69 की पोज़िशन में आ गया और उनकी चूत को चाटने लगा और जीभ से उनकी गीली चूत को चोदने लगा और वह अह्ह्ह्ह................. अया.................... ऊवूफ्फ...................... की आवाज़ निकालने लगी और कहने लगी कि और प्लीज ज़ोर से चाटो बहुत मज़ा आ रहा है।
इसके बाद भाभी मेरे लण्ड को चूसने लगी और उसके बाद जोश में आकर और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी कुछ
ही देर बाद में उनके मुहं में झड़ गया और भाभी मेरा सारा वीर्य पी गई........... लेकिन उन्होंने लण्ड चूसना जारी रखा.. में तभी भी उनकी चूत चाट रहा था और दो उँगलियों से चोद रहा था। अब हमारा लण्ड उनके जोर जोर से चूसने से इसके बाद से तैयार हो गया और इसके बाद उन्होंने अपनी टाँगे हमारे सर पर कस दी और उनकी चूत से ढेर सारा पानी निकला जिसे में चाट गया। अब भाभी ने कहा कि और मत तड़पाओ फाड़ डालो मेरी चूत। अब में उनकी टॅंगो के बीच में बैठ गया और मैने अपने 10 इंच का लण्ड का सुपाड़ा उनकी भूखी चूत पर रखा और एक जोरदार झटका लगाया चूत को फाड़ता हुआ आधा ही अन्दर गया भाभी की चीख निकल गयी मैने उनका मुह बंद कर थोडा सहलाना शुरू किया तब जा के भाभी नार्मल हुई उसके बाद थोडा सा बाहर निकल कर एक करारा शॉट मारा मेरा पूरा लण्ड उनकी चूत में घुस गया भाभी तो जेसे बेहोश की हालत में पहुच ही गयी फिर में रुक गया उन्हें बहुत दर्द हो रहा था मैने उनको लिप किस करना शुरू किया और धीरे धीरे से लण्ड को अंदर बाहर करना शुरू किया और भाभी भी लिप किस का मज़ा ले रही थी।
उसके बाद में भाभी को चोद रहा था और उनके मुहं से उउउहह.............आआअहह......................... और तेज़ करो फाड़ डालो मेरी चूत को में बहुत दिनों से प्यासी हूँ आज बुझा दो हमारी प्यास..... की आवाजें आने लगी। इसके बाद मैने स्पीड बड़ा दी और भाभी भी अपने चूतड़ उठा कर मेरा साथ देने लगी और चुदाई का मजा लेने लगी। इसके बाद करीब 45 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों ही एक साथ झड़ गये और बहुत देर तक एक दूसरे से चिपके रहे और तभी जब भी हमे मौका मिलता है हम चुदाई का खेल खेलते है और हर कभी अपनी चुदाई की प्यास बुझा लेते है। उस रात के बाद मैने भाभी को कई बार चोदा और बहुत मजे किए ।

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