आज आपको अपनी कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मेरी माँ अक्सर बीमार रहती थी। उनको कैंसर हो गया था। कुछ ही दिनों में वो चल बसी। पर मेरे पापा को उनके मरने का जादा दुःख नही हुआ।मेरे पापा वकील थे और हाई कोर्ट में प्रैकटिस करते थे। उनकी वकालत बहुत अच्छी चलती थी और महीने के लाखों रूपए वो आराम से कमा लेते थे। माँ के मरने के बाद पापा शाम को शराब में डूबे रहते और कई बार बाहर जाकर दूसरी औरतों को चोद लेते थे। पापा को सेक्स करना बहुत पसंद था।
मेरी माँ को मरे 3 महीने भी नही हुए की पापा ने दूसरी शादी कर ली। मेरी नई माँ का नाम प्रिया था। वो एक विधवा थी और साथ की उनके 18 साल की एक जवान लड़की भी थी। उसका नाम रजनी था। वो मेरी सौतेली बहन लगती थी। जब पापा ने उस नई औरत से शादी की तो मैंने खूब बवाल किया। खूब हंगामा किया पर पापा को सिर्फ चूत ही चाइये थी। इसलिए उन्होंने मेरी कोई बात नही सुनी और शादी कर ली। 2 - 3 महीने मैं अपनी नई माँ से बिलकुल नही बोला और अपनी सौतेली बहन रजनी से मैंने कोई बात नही की। पर धीरे धीरे बातचीत शुरू हो गयी। एक दिन मैंने रात को अपने बाप को नई वाली माँ को चोदते देखा। मेरा तो दिमाग खराब हो गया। नई माँ बहुत खूबसूरत थी। उसका बदन बहुत गोरा, भरा हुआ और सुडौल था। फिगर कमाल का था। वो बहुत सेक्सी और हॉट माल लगती थी। 36, 30, 34 का फिगर था उसका। छरहरा और बिलकुल फिट। पापा उसको जल्दी जल्दी चोद रहे थे।
ये सब देखकर मेरा दिमाग हिल गया था। मैंने कमरे में जाकर मुठ मार ली। धीरे धीरे मेरी दोस्ती अपनी सौतेली बहन रजनी से हो गयी। एक दिन जब पापा और नई मम्मी घर पर नही थे, कहीं बाहर घूमने गये थे रजनी रसोई में खाना बना रही थी। अचानक से उसके चिल्लाने की आवाज आई। मैंने दौडकर उसे देखने गया। दूध उफन कर उसके हाथ की एक ऊँगली पर गिर गया था। मैंने जल्दी से उसे बाइक पर बिठाया और डॉक्टर के पास ले गया। रास्ते में जब जब मैं ब्रेक लगाता था रजनी की 34” के बूब्स मेरे पीठ से दब जाते थे। मुझे बड़ा आनंद मिल रहा था। जब घर पंहुचा तो रजनी चल नही पा रही थी। उसके पैर पर भी दूध गिर गया था। मैंने उसे गोद में उठा लिया और अंदर कमरे में ले गया। अचानक रजनी ने मुझे पकड़ लिया और होठो पर किस करने लगी। मैं भी शुरू हो गया। मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके रसीले होठ चूसने लगा। मेरी सौतेली बहन रजनी अपनी माँ की तरह हॉट और सेक्सी माल थी। मैं उसके बगल लेट गया। हम दोनों शुरू हो गये। मैं उसे किस करने लगा। डॉक्टर ने उसके हाथ और पैर पर मलहम लगाकर पट्टी बाँध दी थी। मैंने रजनी को बाहों में भर लिया और उसके ताजे गुलाब जैसे होठ चूसने लगा। वो मस्त माल थी। चोदने खाने के लिए बिलकुल परफेक्ट। धीरे धीरे हम प्यार करने लगे।
“भाई मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। जिस दिन से तुमको देखा है रोज ही तुम्हारा नाम लेकर चूत में ऊँगली कर लेती हूँ” रजनी बोली
उसकी बात सुनकर मुझे बड़ा रोमांच हो रहा था। उसके बाद हम गरमा गर्म चुम्बन करने लगे। मैंने काफी देर उसके होठ पिये। रजनी ने आसमानी रंग का सूट और सफ़ेद रंग की सलवार पहन रखी थी। वो हॉट और सेक्सी मॉल लग रही थी। उसके चूचे 34” के थे बड़े और रसेदार थे। मेरे हाथ अपने आप रजनी के बूब्स पर चले गये। मैंने उसका दुपट्टा हटा दिया और बूब्स का हाथ पता करने लगा। ये कहानी
बहन तेरे मम्मे का कितना साइज है ?? मैंने पूछा
34 इंच है भैया रजनी प्यार से धीरे से फुसफुसाकर बोली
बहन अपनी रसीली चूत चोदने को देगी ??? मैंने पूछा
दूंगी भैया। आप मेरी कमसिन चूत को कसके चोद लो। बिलकुल फाड़ देना। मैं आपसे सच्चा प्यार करती हूँ भैया रजनी किसी चुदासी लौंडिया की तरह बोली
मैं खुस हो गया था। मैंने जल्दी जल्दी उनके मम्मे दबाना शुरू कर दिए। दोस्तों अपनी मरी माँ की कसम खा कर कहता हूँ की इतनी नर्म छातियाँ मैंने आजतक नही दबाई थी। मैंने अभी तक 4 - 5 लड़िकयो की चुदाई कर चूका पर इतनी नर्म मलाई जैसी चूची आज तक दबाने को नही मिली थी। मैंने अपने सारे अरमान पूरे कर लिए। रजनी की चूची को अच्छे से दबा लिया।
34 इंच है भैया रजनी प्यार से धीरे से फुसफुसाकर बोली
बहन अपनी रसीली चूत चोदने को देगी ??? मैंने पूछा
दूंगी भैया। आप मेरी कमसिन चूत को कसके चोद लो। बिलकुल फाड़ देना। मैं आपसे सच्चा प्यार करती हूँ भैया रजनी किसी चुदासी लौंडिया की तरह बोली
मैं खुस हो गया था। मैंने जल्दी जल्दी उनके मम्मे दबाना शुरू कर दिए। दोस्तों अपनी मरी माँ की कसम खा कर कहता हूँ की इतनी नर्म छातियाँ मैंने आजतक नही दबाई थी। मैंने अभी तक 4 - 5 लड़िकयो की चुदाई कर चूका पर इतनी नर्म मलाई जैसी चूची आज तक दबाने को नही मिली थी। मैंने अपने सारे अरमान पूरे कर लिए। रजनी की चूची को अच्छे से दबा लिया।
“चल बहन नंगी हो जा। तेरी रसीली चूत में लौड़ा डालूँगा और तुझे रंडियों की तरह चोदूंगा” मैंने कहा
उसके बाद रजनी अपने कपड़े निकालने लगी। मैंने अपनी टी शर्ट और जींस उतार दी। जब वो नंगी होकर बिस्तर पर आई की किसी हूर परी से कम नही लग रही थी। मै उसके बगल लेट गया था। मेरा लौड़ा तो 9” का था और पूरी तरह से खड़ा हो गया था। रजनी के बगल मैं लेट गया। उसकी रसीली चूची को सहलाने लगा। रजनी का पूरा जिस्म ही बहुत सेक्सी था। क्या चिकने चिकने हाथ पैर थे उसके। देख के ही मुझे नशा चढ़ रहा था। सच में कोई भी लड़की चाहे उपर से कितनी काली पिली लगे पर अंदर से बिलकुल मस्त माल होती है। अब मुझे उसकी चूत के दर्शन भी होने लगे थे। वो मेरे सामने पूरी तरह से नंगी थी और बहुत मस्त लग रही थी। मैंने उसकी नंगी पीठ, कमर, और गांड पर हाथ फेर रहा था और उसके दूध चूस रहा था। आज रजनी ने अपने हुस्न का खजाना मेरे लिए खोल दिया था। मेरे सामने आज उसके रूप और यौवन की दौलत पड़ी हुई थी। आज मुझे अपनी सौतेली बहन को चोद चोदकर उसके यौवन की दौलत को लूट लेना था। मैंने उसके नंगे खूबसूरत जिस्म का पूरा मुआयना किया, फिर सिर उठाकर उसके होठो की तरफ भी चला जाता था और किस करने लग जाता था। एक बार फिर से मैं अपनी सौतेली बहन रजनी के बूब्स पीने लगा और मजा लेने लगा। उसकी छातियाँ बड़ी गोल गोल भरी भरी और बहुत चिकनी थी। मैं मजे से उसे मुंह में लेकर चूस रहा था। रजनी के बूब्स इतने बड़े थे की मुश्किल से मेरे मुंह में समा पा रहे थे। वो “आई…..आई….आई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” आवाज बार बार निकाल रही थी। मैं किसी खरगोश की तरह उसकी लाल लाल निपल्स को कुतर रहा था। रजनी कराह रही थी। मैं मुंह चला चलाकर उसके बूब्स को पी रहा था। कितने नर्म, कितने मुलायम और कितने मस्त। मैं बड़ी देर तक अपनी बहन के अमृत समान मम्मो को पीता रहा फिर मैंने अपना मुंह ही रजनी के चुच्चो के बीच में रख दिया और खेलने लगा। मेरे हाथ जोर जोर से उसके मम्मो को दबा रहे थे। वो सिसक रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। इतने मुलायम चुच्चे मैंने आजतक नही देखे थे। मैं आधे घंटे तक अपनी बहन रजनी के बूब्स चूसता रहा किसी आम की तरह। फिर मैं उसकी चूत पर आ गया। मेरी बहन रजनी से आज ही शायद अपनी झांटे बनाई थी। बिलकुल चिकनी और साफ चूत थी। चूत बहुत खूबसूरत थी दोस्तों। मैंने उसकी चूत को खोल दिया। मैंने अपने होठो को रजनी की चूत पर रख दिए और लपर लपर करके पीने लगा। क्या मस्त लाल लाल चूत थी। मैं उसके चूत के दाने को अपने अंगूठे से घिसने लगा। इससे रजनी को बड़ी जोर की चुदास चढ़ने लगी। उसके पुरे बदन में मीठी मीठी तरंगे दौड़ने लगी। मैं जोर जोर से रजनी के चूत के दाने को घिसने लगा।
“आह आह भाई…..मेरी चूत को आज अच्छे से पी लो लो लो लो” रजनी बोली। उसकी बात सुनकर मैं और जादा आनंदित हो गया था। मैंने उसकी जांघो को और कायदे से खोल दिया और उसका भोसड़ा दिल लगाकर पीने लगा। कमसिन चूत को देखकर एक ख़ुशी हो रही थी की चलो उसकी शादी से पहले मैंने उसको अच्छे से चोद लिया। इस बात की ख़ुशी थी। मैं अब उसकी चूत के होठो को पी रहा था और किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था। रजनी को बड़ा अच्छा लग रहा था, वो सिसकरी ले रही थी। मेरी खुदरी जीभ उसकी मुलायम और संवेदनशील बुर को तड़पा रही थी। मेरे ऐसी काम क्रीडाये करने से मेरी बहन को अजीब सा जुनून और नशा चढ़ रहा था। मैं इस वक़्त उसके साथ मुख मैथुन का आनंद उठा रहा था। मैं उसकी रसीली योनी को आज खा जाने वाला था। मेरी नुकीली जीभ उसकी चूत में अंदर तक घुस रही थी। ऐसा करने से मेरी बहन रजनी कापने लगी और उसने मेरे हाथो को अपने हाथ में ले लिया और कसकर पकड़ लिया।
“भाई…. आराम से मेरी बुर पियो वरना मैं मर जाऊँगी !!” रजनी सेक्स और वासना के नशे में अपनी आँखे
बंद थी और मेने रजनी को बोला मेरी कच्छा तो उतारो तो उसने मेरा कच्छा उतारा वो मेरे 9 इंच लम्बे 4 इंच मोटे लंड को देखकर चौक गयी मैने उसका सिर नीचे किया और लंड चुस्वाया उसकी जिब मेरे सूपाडे पे पड़ते ही मेरा शरीर तन गया था मैने रजनी को बिस्तर की और धक्का मार कर सीधा लिटाया और उसके चुत पे अपना 9 इंच लम्बा 4 इंच मोटा लंड रगड़ने लगा वो मछली की तरह तड़प रही और बोल रही थी भाई जल्दी डालो फिर मैं उठ के बैठ गया और उसके पैर फैलाक़े लंड का सूपड़ा उसकी चुत पे लगा के हल्का सा धक्का मारा तो लंड का सूपड़ा अंदर चला गया मुझे लगा जैसे तपती भट्टी मे लंड घुसाया हो वो बोली ‘भाई थोड़ा धीरे डालना ये मेरा पहली बार है मैने कहा, ‘ ठीक है रजनी तुम घबराना मत मैं प्यार से आराम से तुम्हारी चुत की सील तोड़ दूँगा पर मुझे मालूम था की धीरे डालुगा तो लंड चुत मे घुसेगा नही और वो दोबारा कभी मुझे चोदने नही देगी. तो मैने उसके पैर अपने कंधे पे लिए और किस करते करते ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधे से ज़्यादा लंड चुत मे घुस गया और चुत की झिली फट गयी और खून बहने लगा तो वो ज़ोर से चिल्लाई, ” उई मा मर गयी प्लीज़ बाहर निकालो. बहुत दर्द हो रहा है, और रोने लगी |
मैने कहा. ‘बस हो गया बहाना कहकर रुका और बूब्स दबाने लगा और किस करने लगा थोड़ी देर बाद वो चुप हो गयी तो मैं आधे लंड से ही चोदने लगा फिर वो भी मेरा साथ देने लगी आवाज़ निकल रही हा उ हाहहहहहहाहा तो मैने थोड़ा लंड बाहर निकाला और एक इतना करारा शॉट मारा की मेरा पूरा 9 इंच का लंड चुत मे चला गया वो फिर चीखी मर गयी मा ! रहने दो मुझे नही चुदना पर उसकी परवाह किए बगैर मैं उसे चोदने लगा लंड तेजी से अंदर बाहर हो रहा था वो मूह से आवाज़ निकाल रही थी आई...... ग..... हा... हा........ अऔच................….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह—अई…अई…अई…..की आवाजे पूरे कमरे में गूंज रही थी। रजनी के चमकते बदन को मैं भोग रहा था। उसकी जवानी का सारा रस मैं लूट रहा था। मेरा 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लंड से उसकी चूत को कायदे से चूत का भोसड़ा बना रहा था। कुछ देर बाद तो मुझे बहुत जादा जोश चढ़ गया था और मैं बहुत तेज तेज धक्के अपनी बहन की चूत में देने लगा। उसकी चूत से पट पट की आवाज आने लगी जैसे कोई ताल से ताल बजा रहा हो। मेरा लंड उसकी रसीली चूत में अंदर तक वार कर रहा था। रजनी “…...........अई...........अई….... अई..........अई…...................इसस्स्स्स्स्स्स्स्……..............उहह्ह्ह्ह…......ओह्ह्ह्हह्ह…............” करके चीख रही थी। हमारी चुदाई से बेड बुरी तरह से हिल रहा था जैसे कोई भूकंप आ गया हो। फिर मैं उसकी चूत में ढेर सारा वीर्य छोड़ दिया और उसी वक़्त वो भी झड़ गयी हमने एक दूसरे को कस के पकड़ा और किस करते हुए हम एकदुसरे से चिपक कर बेड पर ऐसे ही पड़े रहे |
फिर मैने रजनी से कहा अब तेरी गांड मरूँगा रजनी बोली तुमने मेरी चुत फाड़ डाली | गांड का छेद तो उससे भी छोटा है मैं मर जाउंगी मै तुम डरो मत अगर ज़्यादा दर्द हुआ तो मैं दुबारा नही करूँगा | फिर मैं उसके होटो को चूमने लगा वो भी मेरा साथ दे रही थी 5 मिनिट बाद मैने उसके बूब्स चूसने चालू किए वो सिसकारिया लेने लगी. आह.......उंह........आह.......... चूसो और ज़ोर से खा जाओ मेरी बूब्स को मैं ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और बीच मे दात से हल्का काट भी देता था तो वो चीख पड़ती थी थोड़ी देर बाद रजनी बोली अब रहा नही जा रहा चोद दो मुझे चुत की तरह गांड का भी भोसड़ा बना दो मैने उसे पेट के बल लिटाया और पेट के नीचे 2 तकिया लगाया उसकी गांड उपर उठ गयी फिर मैने अपने 9 इंच लम्बे 4 इंच मोटे लंड पर ढेर सारा तेल लगाया और उसकी गांड के छेद पर तेल लगाया और एक उंगली गांड मे घुसा के अच्छी तरह अंदर तेल लगाया और रजनी को बोला रजनी तुम अपने हाथ से गांड को फैला के रख उसने वैसा ही किया. मैने उसके गांड के छेद पर अपना लंड लगाया और हल्का धक्का मारा तो लंड का टोपा अंदर चला गया वो थोड़ा चिल्लाई अह्ह्हह्ह्ह्ह................................................ ओह्ह्ह्ह..................आह्ह्हह्ह............... मैं थोड़ा रुका और एक ज़ोर का झटका मारा मेरा आधे से भी ज़्यादा लंड उसके गांड मे घुस गया अंजलि ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी आह मर गयी उई.................मा............... आह...................आह.................... अपना लंड बाहर निकालो गांड से बहुत दर्द हो रहा है तुम चुत मे ही डालो मैने उसके बूब्स सहलाने चालू किए थोड़ी देर मे वो शांत हो गयी मैने थोड़ा लंड बाहर निकाला और पूरी ताक़त के साथ एक झटका मारा पूरा लंड गॅप करके गांड मे घुस गया मेरे टटटे उसके गांड से चिपक गये वो ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी मरर्र......गैईईईईईई............माँ.............मेरी गांड फाड़ डाली आह................. आह....................... आह.................................. मैने उसकी परवाह किए बिना दनादन धक्के मारने चालू किए थोड़ी देर मे वो भी मेरा साथ देने लगी चोदो मुझे मेरी गांड फाड़ डालो भोसड़ा बना दो उसको कुतिया समझ कर चोदो मैने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और कहने लगा हा मेरी कुत्तिया आज तेरी गांड चोद चोद के इसका भरता बना दूँगा
बंद थी और मेने रजनी को बोला मेरी कच्छा तो उतारो तो उसने मेरा कच्छा उतारा वो मेरे 9 इंच लम्बे 4 इंच मोटे लंड को देखकर चौक गयी मैने उसका सिर नीचे किया और लंड चुस्वाया उसकी जिब मेरे सूपाडे पे पड़ते ही मेरा शरीर तन गया था मैने रजनी को बिस्तर की और धक्का मार कर सीधा लिटाया और उसके चुत पे अपना 9 इंच लम्बा 4 इंच मोटा लंड रगड़ने लगा वो मछली की तरह तड़प रही और बोल रही थी भाई जल्दी डालो फिर मैं उठ के बैठ गया और उसके पैर फैलाक़े लंड का सूपड़ा उसकी चुत पे लगा के हल्का सा धक्का मारा तो लंड का सूपड़ा अंदर चला गया मुझे लगा जैसे तपती भट्टी मे लंड घुसाया हो वो बोली ‘भाई थोड़ा धीरे डालना ये मेरा पहली बार है मैने कहा, ‘ ठीक है रजनी तुम घबराना मत मैं प्यार से आराम से तुम्हारी चुत की सील तोड़ दूँगा पर मुझे मालूम था की धीरे डालुगा तो लंड चुत मे घुसेगा नही और वो दोबारा कभी मुझे चोदने नही देगी. तो मैने उसके पैर अपने कंधे पे लिए और किस करते करते ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधे से ज़्यादा लंड चुत मे घुस गया और चुत की झिली फट गयी और खून बहने लगा तो वो ज़ोर से चिल्लाई, ” उई मा मर गयी प्लीज़ बाहर निकालो. बहुत दर्द हो रहा है, और रोने लगी |
मैने कहा. ‘बस हो गया बहाना कहकर रुका और बूब्स दबाने लगा और किस करने लगा थोड़ी देर बाद वो चुप हो गयी तो मैं आधे लंड से ही चोदने लगा फिर वो भी मेरा साथ देने लगी आवाज़ निकल रही हा उ हाहहहहहहाहा तो मैने थोड़ा लंड बाहर निकाला और एक इतना करारा शॉट मारा की मेरा पूरा 9 इंच का लंड चुत मे चला गया वो फिर चीखी मर गयी मा ! रहने दो मुझे नही चुदना पर उसकी परवाह किए बगैर मैं उसे चोदने लगा लंड तेजी से अंदर बाहर हो रहा था वो मूह से आवाज़ निकाल रही थी आई...... ग..... हा... हा........ अऔच................….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह—अई…अई…अई…..की आवाजे पूरे कमरे में गूंज रही थी। रजनी के चमकते बदन को मैं भोग रहा था। उसकी जवानी का सारा रस मैं लूट रहा था। मेरा 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लंड से उसकी चूत को कायदे से चूत का भोसड़ा बना रहा था। कुछ देर बाद तो मुझे बहुत जादा जोश चढ़ गया था और मैं बहुत तेज तेज धक्के अपनी बहन की चूत में देने लगा। उसकी चूत से पट पट की आवाज आने लगी जैसे कोई ताल से ताल बजा रहा हो। मेरा लंड उसकी रसीली चूत में अंदर तक वार कर रहा था। रजनी “…...........अई...........अई….... अई..........अई…...................इसस्स्स्स्स्स्स्स्……..............उहह्ह्ह्ह…......ओह्ह्ह्हह्ह…............” करके चीख रही थी। हमारी चुदाई से बेड बुरी तरह से हिल रहा था जैसे कोई भूकंप आ गया हो। फिर मैं उसकी चूत में ढेर सारा वीर्य छोड़ दिया और उसी वक़्त वो भी झड़ गयी हमने एक दूसरे को कस के पकड़ा और किस करते हुए हम एकदुसरे से चिपक कर बेड पर ऐसे ही पड़े रहे |फिर मैने रजनी से कहा अब तेरी गांड मरूँगा रजनी बोली तुमने मेरी चुत फाड़ डाली | गांड का छेद तो उससे भी छोटा है मैं मर जाउंगी मै तुम डरो मत अगर ज़्यादा दर्द हुआ तो मैं दुबारा नही करूँगा | फिर मैं उसके होटो को चूमने लगा वो भी मेरा साथ दे रही थी 5 मिनिट बाद मैने उसके बूब्स चूसने चालू किए वो सिसकारिया लेने लगी. आह.......उंह........आह.......... चूसो और ज़ोर से खा जाओ मेरी बूब्स को मैं ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और बीच मे दात से हल्का काट भी देता था तो वो चीख पड़ती थी थोड़ी देर बाद रजनी बोली अब रहा नही जा रहा चोद दो मुझे चुत की तरह गांड का भी भोसड़ा बना दो मैने उसे पेट के बल लिटाया और पेट के नीचे 2 तकिया लगाया उसकी गांड उपर उठ गयी फिर मैने अपने 9 इंच लम्बे 4 इंच मोटे लंड पर ढेर सारा तेल लगाया और उसकी गांड के छेद पर तेल लगाया और एक उंगली गांड मे घुसा के अच्छी तरह अंदर तेल लगाया और रजनी को बोला रजनी तुम अपने हाथ से गांड को फैला के रख उसने वैसा ही किया. मैने उसके गांड के छेद पर अपना लंड लगाया और हल्का धक्का मारा तो लंड का टोपा अंदर चला गया वो थोड़ा चिल्लाई अह्ह्हह्ह्ह्ह................................................ ओह्ह्ह्ह..................आह्ह्हह्ह............... मैं थोड़ा रुका और एक ज़ोर का झटका मारा मेरा आधे से भी ज़्यादा लंड उसके गांड मे घुस गया अंजलि ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी आह मर गयी उई.................मा............... आह...................आह.................... अपना लंड बाहर निकालो गांड से बहुत दर्द हो रहा है तुम चुत मे ही डालो मैने उसके बूब्स सहलाने चालू किए थोड़ी देर मे वो शांत हो गयी मैने थोड़ा लंड बाहर निकाला और पूरी ताक़त के साथ एक झटका मारा पूरा लंड गॅप करके गांड मे घुस गया मेरे टटटे उसके गांड से चिपक गये वो ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी मरर्र......गैईईईईईई............माँ.............मेरी गांड फाड़ डाली आह................. आह....................... आह.................................. मैने उसकी परवाह किए बिना दनादन धक्के मारने चालू किए थोड़ी देर मे वो भी मेरा साथ देने लगी चोदो मुझे मेरी गांड फाड़ डालो भोसड़ा बना दो उसको कुतिया समझ कर चोदो मैने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और कहने लगा हा मेरी कुत्तिया आज तेरी गांड चोद चोद के इसका भरता बना दूँगा
तुझे रंडी की तरह चोदुन्गा थोड़ी देर बाद मुझे लगा की मैं झड़ने वाला हू तो मैने अपना 9 इंच का लंड उसकी गांड मे से निकाल दिया और एक ही झटके मे चुत मे पूरा लंड घुसा दिया रजनी एकदम उछल पड़ी और कहने लगी आह.............आह...................आह................... मज़ा आया मेरी चुत कब से लंड माँग रही थी चोदो ज़ोर से चोदो फाड़ डालो डालो मेरी चुत को मैं दनादन चोद रहा था रजनी कहने लगी ज़ोर ज़ोर से चोदो मैं झड़ने वाली हू मैने कहा मैं भी झड़ने वाला हू फिर थोड़ी देर मे दोनो एकसाथ झड़ गये मैं उसके उपर गिर के लंबी लंबी सासे लेने लगा. थोड़ी देर बाद वो उठी बाथरूम जाके फ्रेश होके कपड़े पहन कर मुझे किस किया | तो दोस्तो कहानी कैसी लगी मुझे मैल करके ज़रूर बताए मेरी मैल आईडी है


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